बेणेश्वर धाम के संत श्री मावजी महाराज की गादी को संभालने वाले संत श्री अच्युतानंद जी महाराज ने कुराबड बिमला की पहाड़ियों पर मंदिर कुराबडीया भैरू बावजी के नाम से जाना जाता है उस जगह पर बेणेश्वर धाम के संतश्री अच्युतानंद जी महाराज ने तीन दिन का चतुर मास परवास किया और भैरू बावजी के मंदिर पर वृक्षारोपण किया संत श्री अच्युतानंद जी महाराज ने अपने अनमोल वचन को उस मंदिर के प्रांगण में आए भक्तजन के समक्ष अपनी वाणी और प्रवचन सुनाएं जिस में मेवाड़ के लिए सभी के लिए कहा कि मेवाड वाड है जो दुश्मनों के लिए हर पल हर समय वाड बनकर ही रहा है जैसे खेत की वाड होती है वैसे ही मेवाड़ भी दुश्मनों के आगे वाड बन कर अपना सर नहीं झुकाया और कभी हार नहीं मानी महाराणा प्रताप की गाथा उन्होंने मेवाड़ वासीयो और आए सभी भक्तजनों को बताया गुरु अच्युतानंद जी महाराज को शांतिलाल गर्ग के द्वारा अपने गांव बिमला और कुराबड़ के आजू-बाजू के गांव में श्री संत श्री गुरु अच्युतानंद जी महाराज महाराज के बारे में सभी को प्रेरित किया और दर्शन लाभ करवा बिमला वासी और कुराबड वासियों ने भरपूर सहयोग कर गुरु जी के वाणी का आनंद लिया
संवादाता: विनोद गर्ग