पूरे देशभर में दीपों का महापर्व दीपावली इस वर्ष भी पूरे हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया गया। नगर, ग्राम, मोहल्ले और घर दीपों की रौशनी से जगमगा उठे। बाजारों में दिनभर रौनक रही और रात होते ही आतिशबाज़ी से आसमान सतरंगी हो गया।
लोगों ने परंपरा के अनुसार अपने घरों की साफ-सफाई कर रंगोली सजाई और दीपों से घर-आंगन को रौशन किया। मिठाइयों की दुकानों पर भीड़ देखी गई, वहीं उपहारों का आदान-प्रदान पूरे उत्साह से हुआ।
शाम के समय लोगों ने मां लक्ष्मी भगवान गणेश और कुबेर जी की पूजा अर्चना की। पूजा के बाद घरों में दीप जलाए गए और बच्चों ने पटाखे छोड़े। मंदिरों में विशेष भजन संध्या और आरती का आयोजन किया गया, जहाँ भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी।प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए थे। फायर ब्रिगेड, पुलिस और स्वास्थ्य सेवाएँ सक्रिय रहीं ताकि कोई अनहोनी न हो। इस वर्ष की दीपावली खास रही क्योंकि लोगों ने पर्यावरण के प्रति जागरूकता दिखाते हुए कम ध्वनि वाले और हरित पटाखों का उपयोग किया। कई स्थानों पर ‘नो पटाखा ज़ोन’ का भी पालन किया गया।दीपावली की इस रात्रि ने एक बार फिर अंधकार पर प्रकाश की विजय, बुराई पर अच्छाई की जीत और नफ़रत पर प्रेम की भावना को उजागर किया। व जिस वर वधू को इसी साल शादी करने पर दिवाली के रात्रि को तेल भरने की रस्म करनी पड़ती हे व लक्ष्मी पूजन किया जाता हे
रिपोर्ट हितेश सुथार नौली
