सलूंबर विधानसभा उप चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी द्वारा टिकट वितरण के बाद पार्टी में अंतर्कलह बढ़ गई है टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा नेता नरेन्द्र मीणा रविवार को कार्यकर्ताओ द्वारा आयोजित सभा में पहुंचते ही फूट- फूटकर रोने लगे।
कार्यकर्ता और समर्थकों ने उन्हें गले लगाते हुए संभालने का प्रयास किया लेकिन वे रोते रहे। अपने आंसू नहीं रोक पाए। इसके बाद सभा में संबोधित करते हुए नरेन्द्र मीणा ने दिवंगत भाजपा
विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी मीणा को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर कहा कि भाजपा पार्टी का ही कोई सदस्य या कार्यकर्ता आता तो अच्छा रहता लेकिन, आप क्यों एक ही घर में इसे समेट रहे हो। मीणा ने कहा कि अब समाज के चुनिंदा व्यक्तियों से राय लेकर जो निर्णय किया जाएगा। उसे आलाकमान को भेजेंगे। आलाकमान को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए ।नरेन्द्र मीणा ने कहा कि सलूंबर विधानसभा उपचुनाव में जैसे ही भाजपा टिकट की घोषणा हुई। इससे यहां के कार्यकर्ता और जनता में दुख की लहर चल पड़ी। आज सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मुझे निमंत्रण देकर यहां बुलाया। यहां हमने निर्णय लिया कि एक बार फिर
आलाकमान पर विश्वास जताते हुए उन्हें टिकट पर पुनर्विचार के लिए 24 घंटे का समय दिया जाए। 21 अक्टूबर तक हम निर्णय बदलने का इंतजार करेंगे। अगर निर्णय नहीं बदलता है तो सलूंबर की जनता जो कहेगी वह करूंगा। मीणा बोले, कल रात को भाजपा नेता श्रीचंद कृपलानी का मेरे पास फोन आया। उन्होंने सीएम से बात कराने के लिए बोला। लेकिन मैंने उन्हें कहा कि सलूंबर की जनता जो कहेगी। मैं वहीं करूंगा जैन समाज ने 11 लाख रुपए का स्योग राशि का एलान किया और 51 हजार रुपए की धर्मेश मेहता ने एलान किया नरेन्द्र मीणा तुम निर्दलीय से खड़े हो जाओ जनता तुमरे साथ है
अगर आलाकमान को इस पर पुनर्विचार करना होगा 24 घंटे में निर्णय बदले नही तो हम निर्णय लेंगे मीणा बोले
